EAM S Jaishankar Extends Independence Day Greetings to Botswana

President Droupadi Murmu, Prime Minister Narendra Modi and Union Home Minister Amit Shah extended their greetings to the citizens living in India and abroad on the occasion of Durga Puja today. In her message, the President said, this festival symbolises the country’s culture, faith, and spiritual heritage. She noted that worshipping Maa Durga in her nine forms is not only a path to spiritual purification but also inspires everyone to move forward with truth, justice, and compassion. She highlighted that the festival promotes the spirit of equality, tolerance, and love and also urged everyone to take a pledge to make every possible effort to ensure respect for women and to uphold their rightful place in society.
The President also prayed to Maa Durga to bestow wisdom and courage upon everyone and to bless all with happiness and prosperity. In a social media post, Mr Modi also wished that this sacred occasion would bring happiness, peace, and health into everyone’s life. Meanwhile, Mr Shah also prayed to Maa Durga for the welfare, happiness, and prosperity of all.
डीएवी स्टेट लेवल ताइक्वांडो व योगा टूर्नामेंट का समापन डीएवी पब्लिक स्कूल हमीरपुर के प्रांगण में हुआ। इस अवसर पर प्रिंसिपल डीएवी कांगू सुरेश कुमार शर्मा बतौर ऑब्जर्वर, डीएवी लझियानी के प्रिंसिपल सुनील ठाकुर, प्रिंसिपल डीएवी जोगिंदर नगर संजय कुमार तथा डीएवी नरवाणा की प्रिंसिपल लता ठाकुर बतौर वेन्यू इंचार्ज उपस्थित रहे। डीएवी हमीरपुर के प्रिंसिपल महेंद्र सिंह ठाकुर ने सभी विजेताओं को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि सभी खिलाडिय़ों ने अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन किया तथा इसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं। इस अवसर पर ऑब्जर्वर सुरेश कुमार शर्मा ने कहा कि सभी ने अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन जो इन प्रतियोगिताओं में नहीं जीत पाए उन्हें अगली प्रतियोगिताओं के लिए और अधिक मेहनत करके खुद को तैयार करें। इसी के साथ उन्होंने डीएवी स्टेट लेवल ताइक्वांडो व योगा टूर्नामेंट के समापन की घोषणा भी की।
विभिन्न वर्गों में विजयी रहे प्रतिभागियों को मेडल तथा ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता में अंडर-19 बॉयज 51.55 किलो भार वर्ग के ताइक्वांडो मुकाबले में आरुष जसवाल क्लस्टर-5 गोल्ड मेडल, अंडर-19 गल्र्स ताइक्वांडो 46 किलो से कम भार बार वर्ग में पलक शर्मा क्लस्टर 5 तथा 44.46 भार वर्ग में क्लस्टर 5 की ही अलीशा ठाकुर ने गोल्ड मेडल जीता। अंडर-17 गल्र्स ताइक्वांडो 49.52 भार वर्ग में क्लस्टर 3 की युविका ने गोल्ड मेडल तथा 52.55 भार वर्ग में आराध्या पंडित क्लस्टर 3 में ही गोल्ड मेडल जीता। अंडर-14 बॉयज ताइक्वांडो 17.21 भार वर्ग में क्लस्टर 3 के रीजनल ने गोल्ड मेडल जीता। डीएवी स्टेट लेवल ताइक्वांडो व योग टूर्नामेंट में 8 क्लस्टर के लगभग 400 खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिसमें ताइक्वांडो में 150 खिलाड़ी और योग में 240 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में चयनित खिलाड़ी आगामी राष्ट्रीय स्तरीय डीएवी प्रतियोगिता में भाग लेंगे। बड़सर में सेवा पखवाड़ा के तहत विशाल स्वास्थ्य शिविर में 650 लोगों की हुई नि:शुल्क स्वस्थ्य जांच ।
PM Modi further added that the NDA government has given the highest priority to the security of the country and its citizens and instilled a sense of confidence in a decisive battle against corruption by freeing the country from major scams.
He said, another strong aspect of good governance is that the focus of the government is on delivery and on increasing the savings of the common people. He said the government is prioritising both efficient service delivery and boosting the savings of ordinary citizens. He mentioned that before 2014, any income exceeding two lakh rupees was taxable, and today, individuals can earn up to 12 lakh rupees without paying any income tax.
दिल हमारी ज़िंदगी की धड़कन है। जब तक इसका तालमेल बना रहता है, तब तक शरीर ऊर्जा और जीवन से भरा रहता है। यही वजह है कि इस साल वर्ल्ड हार्ट डे का थीम “Don’t Skip a Beat” (एक भी धड़कन न छूटे) बेहद अहम है। आज के समय में दिल की बीमारियाँ सिर्फ बुज़ुर्गों तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि युवाओं और बच्चों तक को अपनी चपेट में ले रही हैं।
दिल की बीमारियों के मुख्य कारण
धमनियों में रुकावट कई बार दिल को खून पहुंचाने वाली धमनियों (arteries) में ब्लॉकेज बन जाता है। इससे खून का प्रवाह रुक जाता है और दिल की मांसपेशियाँ कमज़ोर होने लगती हैं। यही ब्लॉकेज अक्सर हार्ट अटैक की वजह बनते हैं। अनियमित दिल की धड़कन कुछ मामलों में दिल की धड़कन बहुत धीमी, बहुत तेज़ या अनियमित हो जाती है। इसे अरिद्मिया कहते हैं। इस स्थिति में दिल ठीक से खून पंप नहीं कर पाता, जिससे शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती।
अच्छी बात यह है कि आधुनिक तकनीक और कार्डियक केयर ने समय रहते इलाज को आसान और अधिक प्रभावी बना दिया है।
बच्चों और युवाओं में दिल की बीमारी के उदाहरण
हाल ही में हमारे पास 15 साल का एक बच्चा आया, जो दांत ब्रश करते हुए अचानक बेहोश हो गया। जांच में पता चला कि उसके दिल में "शॉर्ट सर्किट" जैसी समस्या थी, यानी धड़कन असामान्य हो रही थी। हमने एक रेडियोफ्रीक्वेंसी एब्लेशन नामक छोटी सी प्रक्रिया करके उसके दिल की विद्युत प्रणाली को ठीक कर दिया। अब वह बिना दवा के बिल्कुल सामान्य जीवन जी रहा है।
एक और केस में 42 वर्षीय व्यक्ति मात्र 32 बीट्स प्रति मिनट की धड़कन के साथ अस्पताल पहुँचे। यह स्थिति दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। समय पर इलाज न मिलता तो उनकी जान जा सकती थी। लेकिन त्वरित उपचार से उनकी धड़कन सामान्य हुई और उन्हें जीवन का दूसरा मौका मिला।
हर उम्र के लिए ज़रूरी सीख
इन कहानियों से साफ़ है कि दिल की बीमारी सिर्फ़ एक उम्र तक सीमित नहीं है। यह किसी को भी प्रभावित कर सकती है। लेकिन सावधानी, जागरूकता और समय पर कदम उठाना ही असली जीवनरक्षक है।
दिल को स्वस्थ रखने के आसान उपाय
संतुलित और हेल्दी आहार लें – हरी सब्ज़ियां, फल, साबुत अनाज और कम वसा वाला भोजन अपनाएं।
नियमित व्यायाम करें – रोज़ाना कम से कम 30 मिनट वॉक या कोई भी शारीरिक गतिविधि ज़रूरी है।
तनाव कम करें – मेडिटेशन, योग और पर्याप्त नींद दिल को मज़बूत बनाते हैं।
तंबाकू और शराब से दूर रहें – ये दिल की धड़कनों पर सीधा बुरा असर डालते हैं।
नियमित हेल्थ चेकअप कराएं– खासकर ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जांच समय-समय पर ज़रूर कराएं।
दिल की हर धड़कन मायने रखती है वर्ल्ड हार्ट डे हमें यह याद दिलाता है कि कोई भी अपनी ज़िंदगी सिर्फ़ इसलिए न खोए क्योंकि उसने दिल की दी हुई चेतावनी को नज़रअंदाज़ कर दिया। आइए, आज हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि अपने दिल का ख़याल रखेंगे और दूसरों को भी जागरूक करेंगे।
He highlighted that instability in neighbouring countries often spills into the maritime domain. Mr Singh cited frequent developments in Myanmar, Bangladesh, Nepal, and other regional nations that impact coastal security, especially in the Bay of Bengal, through refugee influx, illegal migration, and irregular maritime activities. He urged the ICG to maintain not just routine surveillance but also geopolitical awareness and readiness to respond swiftly to external developments.
Mr Singh also highlighted that women officers today serve as frontline warriors, being trained and deployed in various fields. He said this transformation reflects the government’s vision of inclusive participation, where women contribute equally in leadership and operational capacities.
The Minister further lauded the Coast Guard’s crucial role in addressing maritime security threats and managing disaster situations. He said the Coast Guard consistently serves as the first line of response. He emphasised that the Coast Guard plays a vital role in ensuring both internal and external security.
The three-day Conference that will conclude tomorrow has brought together the service’s senior leadership to deliberate on strategic, operational, and administrative priorities in the backdrop of evolving maritime security challenges and the growing strategic significance of the Indian Ocean Region
In shooting, India’s Anushka Thokur won gold in the women’s 50-meter rifle 3-positions event at the ISSF Junior World Cup at Dr Karni Singh Range in Delhi yesterday. This was Thokur’s second gold in the competition, following her earlier win in the 50-meter rifle prone event. In the junior men’s 50-meter 3-position, Adriyan Karmakar secured the silver medal. India currently leads the medal tally with four gold, six silver, and three bronze medals.
संजौली थाना क्षेत्र के ढली बाईपास पर जमीन विवाद को लेकर हंगामा और मारपीट हुई, जिस पर दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ थाने में क्रॉस मामला दर्ज करवाया है। इस घटना में एक पुलिस कर्मी सहित कई लोग घायल हुए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार संजौली थाना क्षेत्र के तहत चलौंठी निवासी अनीता ठाकुर ने शिकायत दी कि ढली बाईपास स्थित जमीन पर सुरेंद्र चौहान और उसका बेटा अदालत के स्टे ऑर्डर के बावजूद आयरन रैंप का निर्माण कर रहे हैं। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो सुरेंद्र चौहान और उसके बेटे ने रास्ता रोककर उनके साथ धक्का-मुक्की की और जान से मारने की धमकी दी। इस पर थाना संजौली में उनके बयान पर पहला मामला दर्ज किया गया।
उधर, सुरेंद्र चौहान ने शिकायत में कहा कि वह अपने बेटे सान्निध्य चौहान और मजदूरों के साथ भवन के पास आयरन रैंप का निर्माण कार्य कर रहे थे। तभी अनीता ठाकुर वहां पहुंची और उन्हें गालियां देने लगीं तथा काम बंद करने को कहा। इस बीच 8 से 10 लोग अनीता ठाकुर के साथ वहां आ गए और उनके साथ-साथ मजदूरों पर भी पत्थरबाजी करने लगे। इतने में चलौंठी से बाइक पर आए दो युवकों ने उन पर, उनके बेटे पर और मौके पर मौजूद कांस्टेबल सुनील पर लात-घूंसे बरसाने शुरू कर दिए। झगड़ा बढ़ता देख उन्होंने अपने रिश्तेदार को फोन किया, जिसने उन्हें और घायल पुलिस कर्मी को आईजीएमसी शिमला इलाज के लिए पहुंचाया। सुरेंद्र चौहान ने अनीता ठाकुर और उनके साथियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
वहीं, तीसरी शिकायत कांस्टेबल सुनील ने दर्ज करवाई है, जो घटना के समय एएसआई कुलदीप कुमार के साथ मौके पर मौजूद थे। उन्होंने बताया कि मारपीट के दौरान उन्हें बाईं आंख और शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें आई हैं। उन्होंने भी अनीता ठाकुर और उनके समर्थकों पर पथराव और मारपीट का आरोप लगाया है। संजौली पुलिस ने सभी शिकायतों के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
करीब 60 देशों को कवर करने वाली इस रिपोर्ट में बताया गया कि पिछले दो दशकों में भारत की वास्तविक प्रति व्यक्ति वित्तीय संपत्ति पांच गुना बढ़ी है
करीब 60 देशों को कवर करने वाली इस रिपोर्ट में बताया गया कि पिछले दो दशकों में भारत की वास्तविक प्रति व्यक्ति वित्तीय संपत्ति पांच गुना बढ़ी है, जो किसी भी अन्य उभरती अर्थव्यवस्था के मुकाबले सबसे अच्छा प्रदर्शन है। पिछले साल प्रतिभूतियों में सबसे अधिक वृद्धि हुई, जो 28.7 प्रतिशत थी, जबकि बीमा और पेंशन में 19.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बैंक डिपॉजिट में 8.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
भारतीय परिवारों के पोर्टफोलियो का 54 प्रतिशत हिस्सा बैंक डिपॉज़िट से आता है
भारतीय परिवारों के पोर्टफोलियाे का 54 प्रतिशत हिस्सा बैंक डिपॉजिट से आता है। ऐसे में इसमें वृद्धि बढ़ती बचत को दिखाती है। रिपोर्ट में कहा गया, “वास्तविक रूप से मुद्रास्फीति के बाद फाइनेंशियल एसेट्स में 9.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिससे क्रय शक्ति महामारी-पूर्व स्तर से 40 प्रतिशत ऊपर पहुंच गई है। यह पश्चिमी यूरोप से बिल्कुल अलग है, जहां क्रय शक्ति 2019 से 2.4 प्रतिशत कम बनी हुई है। 2024 में प्रति भारतीय नेट फाइनेंशियल एसेट्स 2,818 अमेरिकी डॉलर प्रति व्यक्ति थीं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 15.6 प्रतिशत अधिक है।
भारत की प्रति व्यक्ति नेट फाइनेंशियल एसेट्स 15.6 प्रतिशत बढ़कर 2,818 डॉलर पर पहुंच गई है
भारत की प्रति व्यक्ति नेट फाइनेंशियल एसेट्स 15.6 प्रतिशत बढ़कर 2,818 डॉलर पर पहुंच गई है। वहीं, देनदारी की वृद्धि दर 12.1 प्रतिशत रही, जिससे परिवारों पर कर्ज जीडीपी का 41 प्रतिशत रहा। 2024 में अमेरिका ने ग्लोबल फाइनेंशियल एसेट्स वृद्धि का आधा हिस्सा हासिल किया। पिछले दशक में अमेरिकी परिवारों ने दुनिया भर में 47 प्रतिशत संपत्ति वृद्धि उत्पन्न की है, जबकि चीन में यह 20 प्रतिशत और पश्चिमी यूरोप में 12 प्रतिशत है।(इनपुट-आईएएनएस)